मूल्यांकन प्रक्रिया :
राज्य चयन समिति द्वारा शिक्षकों का मूल्यांकन, मूल्यांकन मैट्रिक्स (जो कि अनुलग्नक-1 के रूप में दिया गया है) एवं प्रस्तुतीकरण/ साक्षात्कार के आधार पर किया जाएगा। मूल्यांकन हेतु मूल्यांकन मैट्रिक्स के तीन भाग हैं ।
- वस्तुनिष्ठ मानक
इसके अंतर्गत शिक्षकों को प्रत्येक वस्तुनिष्ठ मानक के सापेक्ष अंक प्रदान किया जायेगा
। इन मानकों को 50 अंको का अधिभार प्रदान किया जायेगा ।
- प्रदर्शन आधारित (कार्य परक) मानक
इसके अंतर्गत शिक्षकों को कार्य के मानक के आधार पर अंक प्रदान किये जायेंगे । जैसे:-
अधिगम संप्राप्ति में सुधार हेतु उठाये गए कदम, शिक्षण में अभिनव प्रयोग, पाठ्य सहगामी
एवं पाठ्येत्तर गतिविधियों का आयोजन, शिक्षण अधिगम सामग्री, सामाजिक गतिशीलता, अनुभव
के आधार पर शिक्षण अधिगम, विद्यार्थियों के लिए शारीरिक प्रशिक्षण सुनिश्चित करने हेतु
अनूठे तरीके एवं राज्य/ राष्ट्रीय स्तर पर कोई अन्य उपलब्धि/ पुरस्कार/प्रमाण पत्र
इत्यादि ।कोविड-19 वैश्विक महामारी के दृष्टिगत बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा "मिशन प्रेरणा
की ई-पाठशाला" के अंतर्गत शिक्षक द्वारा संचालित की गयी गतिविधियाँ एवं प्रेरणा लक्ष्यों
हेतु किये गये प्रयास एवं आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत विद्यालय में कराए गये कार्य
। अध्यापकों द्वारा मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला के अंतर्गत किये गए उत्कृष्ट कार्य एवं
आपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालयों में कराये गए कार्य । इन सभी मानकों के लिए
50 अंको का अधिभार प्रदान किया जायेगा । -
- उक्त के अतिरिक्त प्रस्तुतीकरण/साक्षात्कार हेतु 20 अंक निर्धारित है ।